खून मे ऊबाल वो आज भी खानदानी है दुनिया हमारे शौक की नहीं, हमारे तेवर की दिवानी है!!
पर खुश हूँ की, खुद को गिरा का कुछ उठाया नहीं मैंने।
नफरत है गुरुर नहीं, दुबारा इश्क़ मंजूर नहीं..
लोगो ने हमें सिर्फ काम के लिए इस्तेमाल किया,
मेरे होठों ने हमेशा चिंगारियाँँ ही पसंद की।
मैं तुझमें गुजर जाऊं तू मुझमें गुजर जाना।
अगर हारने से दर लगता है तो, जितने की इच्छा कभी मत रखना.
कूछ नही मिलता दुनिया मे मेहनत के बगैर, मेरा अपना साया भी मुझे धूप मे आने के बाद मिला.
दोस्तों के लिए here तो कुर्बान हैं ये ज़िन्दगी,
और टैक्स था इनकम से ज्यादा इसलिए isk को हमने रिजाइन दे दिया
तेरी खैरियत का ही जिक्र रहता है दुआओं में,
हद से बढ़ जाए ताल्लुक तब गम मिलते हैं, हम इसी वास्ते हर शख्स से कम मिलते हैं!!
दूर हो जाने की तलब है तो शौक से जा बस याद रहे की मुड़कर देखने की आदत इधर भी नही!!
पहचान तो सबसे है हमारी, लेकिन भरोसा सिर्फ खुद पर हैं..